||प्राइवेट शैक्षिक संस्थानों मे, अध्यापको नही मिल रहा वेतन||●
पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है, मध्यम वर्गी और गरीबो की अर्थव्यवस्था डामर~डोल है।। जहाँ सभी को कोरोना जैसी महामारी के साथ अर्थव्यवस्था का भी संकट झेलना पड़ रहा है, ऐसे मे कौन इनकी सहायता को आयेगा❓
कोरोना महामारी से त्रस्त सबसे ज्यादा प्राइवेट विभाग के कर्मचारी है जिन्हें वेतन नही मिल रहा है,और नाही कोइ इनकी सहायता कर रहा है, प्रधानमंत्री ने सभी प्राइवेट विभाग के मालिको और बड़े उद्योगों व्यापारियों से निवेदन भी किया था कि तनख्वाह मे कोई कटौती ना करे,फिर खुले~आम मनमानी हो रही है।
सूत्रों के अनुसार लखनऊ में शैक्षिक संस्थानों में टीचरों को 2 माह से वेतन नही प्राप्त हुआ है। जिसके चलते वे परेशान,आर्थिक संकट का भी सामना करना पड़ रहा है।शिक्षकों को 【एलडब्लूपी】 के आड़ लेके उन्हें छुट्टी तो प्रदान कर दी पर उन्हें वेतन देना भूल गए। सूत्रों की माने तो 【एलडब्लूपी】 के तहत छुट्टी होने के बावजूद शैक्षिक संस्थान उनसे काम ले रहे है और वेतन के नाम पे ठेंगा दिखा रहे है।।