केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने बताया , देश को कब मिलेगी पहली वैक्सीन

नई दिल्ली। लॉकडाउन हटने के बाद देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शुक्रवार को देश के अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस के 68898 मामले सामने आए, जिसके बाद मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 29 लाख के पार पहुंच गई। वहीं कोरोना संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटों के भीतर 983 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना वायरस की इस महामारी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने देश में कोरोना के खिलाफ तैयार हो रही वैक्सीन को लेकर एक बड़ी खुशखबरी दी है।
पहली वैक्सीन 2020 के आखिर तक होगी उपलब्ध
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ भारत की पहली वैक्सीन इस साल यानी 2020 के आखिर तक उपलब्ध हो सकती है।
मीडिया से बात करते हुए डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि इसके अलावा जिन अलग-अलग वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं, उनमें से कुछ साल 2021 की पहली तिमाही तक लोगों को उपलब्ध हो जाएंगी। डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा कि भारत में तैयार हो रही कोरोना वायरस की वैक्सीन के ट्रायल पूरे होने के बाद इनके प्रभाव का पता चलेगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ऑक्सफोर्ड की जिस वैक्सीन का उत्पादन भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ने किया है, उसे भी जल्द से जल्द मार्केट में लाने के लिए प्रक्रिया चल रही है।
Corona Vaccine पर गुड न्यूज़, Harsh Vardhan ने बताया India में कब से मिलेगी? | वनइंडिया हिंदी
भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला के वैक्सीन
इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने दावा किया कि भारत बायोटेक और ज़ाइडस कैडिला के वैक्सीन के ट्रायल पूरे होने के बाद इनके उत्पादन और उन्हें मार्केट में लाने में एक महीने का समय और लगेगा। अगर इनके ट्रायल पूरी तरह सफल साबित होते हैं तो मुझे भरोसा है कि साल 2021 की पहली तिमाही में ये दोनों वैक्सीन लोगों को उपलब्ध हो जाएंगी।
रिकवरी रेट बढ़कर 74 फीसदी
इस बीच एक राहत भरी खबर यह भी है कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ रहे मामलों के साथ-साथ संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान ही देश में कोरोना वायरस के कुल 62,282 मरीज ठीक हुए हैं। कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों की यह अभी तक की सबसे बड़ी संख्या है। इसके साथ ही देश में कोरोना वायरस के मरीजों का रिकवरी रेट बढ़कर 74 फीसदी हो गया है।