अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के इस आदेश के बाद “चीन” में मचा “हड़कंप”
वाशिंगटन. अमेरिका (US) और चीन (China) के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है. ट्रंप (Donald Trump) सरकार ने एक कड़ा कदम उठाते हुए बुधवार को चीन को अपने ह्यूस्टन स्थित महावाणिज्य दूतावास (Houston Consulate) को 72 घंटे के अंदर बंद करने का आदेश दे दिया है. अमेरिका के इस आदेश के बाद से ही दूतावास के अंदर से धुंआ उठता नज़र आ रहा है और ऐसा माना जा रहा है कि चीनी कर्मचारी गोपनीय दस्तावेजों को जला रहे हैं. उधर, अमेरिका के इस कदम के बाद चीन भी भड़क गया है और उसने भी आवश्यक जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक ह्यूस्टन पुलिस भी वाणिज्य दूतावास के बाहर मौजूद है लेकिन डिप्लोमेटिक अधिकारों के चलते अंदर प्रवेश नहीं कर सकती.
पुलिस ने बताया कि लोगों ने दूतवास से धुंआ उठता देखकर उन्हें सूचना दी थी जिसके बाद वे यहां आए थे लेकिन चीनी अधिकारियों ने उन्हें अंदर घुसने की अनुमति नहीं दी है. कोल्ड वार के बाद ऐसा पहली बार है कि अमेरिका ने इस तरह किसी भी देश के दूतावास को बंद करने का आदेश जारी किया हो. बताया जा रहा है कि अमेरिका ने चीन के साथ जारी गंभीर तनाव को देखते हुए ह्यूस्टन के महावाणिज्य दूतावास को बंद करने का आदेश दिया गया है.
गोपनीय फाइलें जला रहे हैं अधिकारी
इतने कम समय में महावाणिज्य दूतावास को खाली करने के आदेश से चीन के विदेश मंत्रालय में हड़कंप मच गया है. अमेरिका के आदेश के बाद चीनी दूतावास के अंदर अफरातफरी का माहौल देखा गया। यही नहीं चीनी कर्मी बड़ी संख्या में गोपनीय दस्तावेजों को जलाते देखे गए हैं. कर्मचारियों के दस्तावेज जलाने के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.
उधर चीन के विदेश मंत्रालय ने अमेरिका के इस कदम की कड़ी निंदा की है और कहा कि अमेरिका ने इस गलत आदेश को वापस नहीं लिया तो वह ‘एक न्यायोचित और आवश्यक जवाबी कार्रवाई’ करेगा. बता दें कि आग को देखकर ह्यूस्टन के फायर डिपार्टमेंट की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं लेकिन वे दूतावास के अंदर नहीं गई हैं. अमेरिका के इस कदम से अब चीन के साथ उसके संबंधों के और ज्यादा तनावपूर्ण होने की आशंका बढ़ गई है.