इस दिन पीएम करेंगे सरदारधाम भवन का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को वर्चुअली अहमदाबाद में सरदारधाम भवन का उद्घाटन करेंगे, जिसे पाटीदार समुदाय ने बनाया है। वह परियोजना के दूसरे चरण का शिलान्यास भी करेंगे। अहमदाबाद-गांधीनगर सीमा क्षेत्र में वैष्णोदेवी सर्कल के पास 11,672 वर्ग फुट के क्षेत्र में निर्मित अहमदाबाद में सरदारधाम भवन के पहले चरण का निर्माण 200 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरा किया गया है। भवन का विकास विश्व पाटीदार समाज (वीपीएस) ने देश के सामाजिक, शैक्षिक और आर्थिक विकास पर ध्यान देने के साथ किया है।
सरदारधाम अहमदाबाद में 1,600 छात्रों / उम्मीदवारों के लिए आवासीय सुविधाएं, 1,000 कंप्यूटर सिस्टम के साथ ई-लाइब्रेरी, पुस्तकालय, उच्च तकनीक कक्षाएं, व्यायामशाला, सभागार, बहुउद्देश्यीय हॉल, 50 लक्जरी कमरों के साथ ही व्यापार और राजनीतिक समूह के लिए अन्य सुविधाएं मुहैया कराएगा। भवन के सामने भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 50 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है। प्रधानमंत्री सरदारधाम परियोजना चरण 2 के तहत गर्ल्स हॉस्टल (कन्या छत्रालय) के लिए भूमि पूजन समारोह भी करेंगे, जिसका उद्देश्य लगभग 2,500 छात्राओं को आवासीय सुविधा प्रदान करना है, जिसे 200 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।
7.19 लाख वर्ग फुट में फैले इस अत्याधुनिक सरदार भवन में 800 लड़कों और 800 लड़कियों के लिए अलग-अलग छात्रावास हैं। इसमें 1,000 छात्रों की क्षमता वाला एक पुस्तकालय, 450 सीटों वाला सभागार, 1,000 व्यक्तियों के दो बहुउद्देश्यीय हॉल, इनडोर खेल और अन्य सुविधाएं हैं। इसमें छात्रों के लिए एक व्यायामशाला और स्वास्थ्य देखभाल यूनिट भी है।
सरदारधाम के अध्यक्ष गागाजी सुतारिया ने कहा, सरदारधाम परियोजना के दूसरे चरण के तहत 200 करोड़ रुपये की लागत से 2,500 छात्रों को समायोजित करने वाला एक गर्ल्स हॉस्टल बनाया जाएगा। सुतारिया ने कहा, हम भाग्यशाली हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी उद्घाटन के साथ-साथ दो परियोजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया और पुरुषोत्तम रूपाला के साथ-साथ सरदारधाम के दानदाता और ट्रस्टी भी मौजूद रहेंगे। अहमदाबाद में भवन के अलावा, वीपीएस ने वडोदरा और भावनगर में क्षेत्रीय सरदारधाम केंद्रों का निर्माण भी शुरू कर दिया है और निकट भविष्य में सूरत, राजकोट, मेहसाणा और नवी मुंबई में अन्य अत्याधुनिक संस्थान बनाने की योजना है।