भारत के बाद अब अमेरिका भी चीन को देने वाला जोरदार झटका, चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर कर रहे विचार
भारत के बाद अब अमेरिका भी चीन हो जोरदार झटका देने वाला है। अमेरिका भी टिक टॉक समेत चीनी मोबाइल ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रहा है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने इस संबंध में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि हम निश्चित रूप से चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। उधर, ऑस्ट्रेलिया में भी चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेज होती जा रही है। भारत में टिक टॉक बैन होने से चीनी कंपनी को करीब 6 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। America ban chinese apps
इससे पहले पिछले दिनों भारत सरकार ने टिक टॉक समेत 59 चाइनीज ऐप को बैन कर दिया था। इसके बाद चाइनीज कंपनियों की तरफ से सरकार से अपील की जा रही है कि वे भारतीय यूजर्स का डेटा चाइनीज सरकार के साथ शेयर नहीं कर रही थीं। टिकटॉक के सीईओ केविन मेयर ने भारत सरकार को चिट्ठी लिखकर कहा कि चाइनीज सरकार ने कभी भी यूजर्स के डेटा की मांग नहीं की है।
गौरतलब है कि वुहान से दुनिया भर में फैले कोरोनावायरस के कारण अमेरिका लगातार चीन पर हमले बोल रहा है। इस बीच जब भारत-चीन सीमा पर सैनिकों के बीच विवाद हुआ तो उस वक्त भी अमेरिका ने भारत को अपना समर्थन देते हुए चीन की कड़ी आलोचना की थी।
भारत ने जब चीनी ऐप बैन किए तब माइक पोम्पियो ने इसका समर्थन किया था। उन्होंने कहा था कि हम कुछ मोबाइल ऐप्स पर बैन लगाने के भारत के कदम का स्वागत करते हैं। माइक पॉम्पिओ ने इन ऐप्स को (चीनी कम्युनिस्ट पार्टी) के सर्विलांस का अंग बताया और कहा कि यह पहल भारत की अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती प्रदान करेगा। जैसा भारत की सरकार ने खुद भी कहा है।
चाइनीज कंपनी बाइटडांस की स्थापना 2012 में हुई थी। कंपनी ने 2016 में चाइनीज मार्केट के लिए डॉएन ऐप को लॉन्च किया था। यह टिकटॉक की तरह ही है। हालांकि यह वहां के कठोर नियम के हिसाब से काम करता है। अगले साल यानी 2017 में बाइटडांस ने टिकटॉक को दुनिया के बाजारों में लॉन्च किया गया। इस ऐप पर चीन में बैन है, या यूं कहें कि इसे चीन के बाजार में लॉन्च नहीं किया गया क्योंकि वहां बहुत ज्यादा चीजों को लेकर पाबंदियां हैं। कंपनी ने दोनों ऐप के लिए अलग-अलग इस्तेमाल किया है। America ban chinese apps