ऑनलाइन शराब खरीदने में आइएएस अधिकारी से ठगी
कलेक्टरों के भ्रष्टाचार का मामला उठाकर चर्चित हुए आइएएस अफसर लोकेश कुमार जांगिड़ को ऑनलाइन महंगी शराब मंगाना महंगा सौदा साबित हुआ। साइबर ठगों ने उनके खाते से 34 हजार रुपये उड़ा लिए। साइबर क्राइम पुलिस केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश कर रही है। क्राइम ब्रांच की साइबर विंग के मुताबिक बावडिय़ाकलां स्थित डीके कॉटेज निवासी आइएएस जांगिड़ ने शिकायत दर्ज कराई थी। उसमें बताया कि ऑन लाइन शराब खरीदने के लिए उन्होंने 11 जुलाई को रात पौने दस बजे गूगल से सर्च कर वॉट्सएप मोबाइल नम्बर प्राप्त किया। उस नंबर के आधार पर दस नंबर स्थित शराब की दुकान से वाट्सएप के माध्यम से व्हिसकी के विभिन्न ब्रांडों की जानकारी ली। कुछ देर बाद उनके पास अज्ञात व्यक्ति का फोन आया। वह बोला कि आपका मैसेज मिला है। आपको कौन से ब्रांड की शराब चाहिए। जांगेड़ ने उससे टलिस्कर और अबेरलर की एक-एक बोतल की मांग की। फोन करने वाले ने टलिस्कर की बोतल 4400 रुपये और अबेरलर की बोतल 4150 रुपये की बताई। दोनों बोतल की कुल राशि 8550 रुपये बताई। साथ ही शराब का भुगतान यूपीआइ द्वारा करने को कहा। जांगिड़ ने 8550 रुपये यूपीआइ पेटीएम पर भेजे। यह पेटीएम जो कि मामला डुंडवे के नाम पर दर्ज है। कुछ ही पल में उस व्यक्ति ने फोन कर कहा कि उसके अकाउंटेंट में अभी क्रेडिट नहीं हुआ है। आपकी भेजी राशि कुछ देर में ऑटो स्वेप होकर पुन: आपके अकाउंट में पहुंच जाएगी। आप दोबारा भुगतान कर दें। जांगिड़ ने दोबारा 10:47 बजे उसी पेटीएम पर 8550 रुपये भेज दिए। पहले कही बात दोहरा दी। साथ ही जांगिड़ के वाट्सएप कर क्यूआर कोड भेजा। साथ ही बोला कि कोड स्कैन कर 8550 रुपये भेजने को बोला। जांगिड़ ने जैसे ही बारकोड स्कैन किया, उनके खाते से 17 हजार रुपये कट गए। इस तरह 11 जुलाई की रात 10:18 बजे से रात 10:51 बजे तक उनके खाते से कुल 34 हजार रुपये कट गए। यह राशि उनके मंत्रालय स्थित भारतीय स्टेट बैंक के खाते से कट गई है। शिकायत की जांच के बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है।