उतर प्रदेश के इस शहर मे घोसित “लॉकडाउन” घर से बाहर निकलने पर “प्रतिबंध”

उत्तर प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए शुक्रवार की रात 10 बजे से सोमवार की सुबह पांच बजे तक फिर लॉकडाउन रहेगा। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन ने बताया कि इस बीच सड़क से लेकर चौराहों तक पर कड़ी निगरानी रहेगी।
सभी शहरी व ग्रामीण हाट, बाजार, गल्ला मंडी और व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। किसी को भी बेवजह घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है। स्वास्थ्य संबंधी इमरजेंसी और रेलवे व एयरपोर्ट आने-जाने की ही छूट रहेगी। ऐसे लोगों के भी टिकट जांचे जाएंगे। इन दो दिनों के दौरान कोई भी बिना आकस्मिक सेवाओं के बाहर घूमता मिला तो प्रशासन सख्ती से निपटेगा।
इमरजेंसी सेवा से जुड़े लोगों की आईडी ही पास डीएम ने बताया कि दो दिन के लॉकडाउन के लिए अलग से कोई पास नहीं जारी किया गया है।
आवश्यक सेवाओं से जुड़े व्यक्तियों, कोरोना वॉरियर, स्वच्छता कर्मी व डोर स्टेप डिलीवरी से जुड़े व्यक्तियों के आवागमन पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा। उनका आईडी कार्ड ही पास होगा।
जागरूकता कार्यक्रम आयोजित होंगे प्रत्येक सार्वजनिक स्थल जैसे कि अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, औद्योगिक प्रतिष्ठान, चौराहों पर जिला प्रशासन व पुलिस और नगर निकायों द्वारा पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोविड-19 व संचारी रोगों से बचाव के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
सपा ने की मांग, पर्व के दौरान लॉकडाउन हटा लें
सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने प्रशासन से मांग की है कि पर्व के दौरान लॉकडाउन हटा लिया जाए। गोरखनाथ, कोतवाली, राजघाट व तिवारीपुर में फिलहाल लॉकडाउन है। बकरीद व रक्षाबंधन के दिन प्रशासन इसे हटा दें। उन्होंने कहा कि इन चार थानों में बकरीद पर क़ुर्बानी करने वालों की आबादी अधिक है।
ऐसे में यहां लॉकडाउन नहीं लगाना चाहिए। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि एक से तीन अगस्त तक लॉकडाउन हटवा दें ताकि रक्षाबंधन और बक़रीद का त्योहार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मनाया जा सके। उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से सरदारनगर के दिनेश यादव हत्याकांड के दोषियों को जल्द गिरफ्तार करने की भी मांग की।