उत्तर प्रदेश

तैयार खड़ा बसअड्डा

रोडवेज बसअड्डा का डिपो शुरू कराए जाने की मांग को लेकर बुन्देली सेना ने परिवहन मंत्री को पत्र भेजा है। सरकार की जनकल्याणकारी योजना अधर में है। केवल बस स्टेशन चल रहा है। स्थानीय लोगों को कोई लाभ नहीं है।

रविवार को बुन्देली सेना जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार ने रोडवेज बसअड्डा के निर्माण में अब तक तकरीबन 20 करोड़ रुपये खर्च किए है। अभी केवल बस स्टेशन की शुरुआत हुई है। रोडवेज की बसें आने और जाने में बसअड्डा होकर निकलती हैं। रात्रि में ठहराव वाली बसें वहीं जाकर खड़ी हो जाती हैं। मूलरूप से स्थानीय लोगों को तब बड़ा फायदा होगा, जब यहां डिपो की शुरुआत होगी। डिपो का काम अभी अधूरा है। विभाग ने डिपो का काम पूरा करने के लिए लगभग 6-7 करोड़ रुपये की डिमांड भेजी है, लेकिन शासन से बजट नहीं आया। बजट आने के बाद कई महीने में बसअड्डा का निर्माण पूरा होगा और डिपो का संचालन शुरू हो पायेगा।

पूर्ववर्ती सरकार में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 50 बसों का बेड़ा तीर्थनगरी को दिया था। उस समय बसअड्डा बना नहीं था। लिहाजा यह बसें महोबा और हमीरपुर डिपो में सम्बद्ध कर दी गईं थी। डिपो की शुरुआत हो जाने से चित्रकूट से प्रदेश के सभी प्रमुख तीर्थों के अलावा दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों में सीधी बस सेवा शुरु हो जाएगी। बसअड्डा की शुरुवात होने से स्थानीय लोगों के अलावा बाहरी तीर्थयात्रियों को भारी सुविधा हो जाएगी। बुन्देली सेना ने परिवहन मंत्री अशोक कटारिया को भेजे पत्र में जल्द से जल्द धर्मनगरी का डिपो शुरू कराने की मांग की है।

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