भाजपा की जान “लालजी टण्डन” का निधन, थे बहुत करीबी इनके….
मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का 85 वर्ष की आयु में, लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। टंडन कई दिनों दे अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें फेफड़े, लिवर और किडनी की समस्या थी।
राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार तड़के सुबह निधन हो गया। यूपी के लखनऊ स्थित मेदांता अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। 85 वर्षीय एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन का काफी दिनों से स्वास्थ्य खराब चल रहा था। उन्हें पेशाब में परेशानी के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लालजी टंडन के निधन की जानकारी उनके बेटे अशुतोष टंडन ने ट्वीट कर दी।
1960 से शुरु हुआ था लालजी टंडन का राजनीति सफर
12 अप्रैल 1935 को लखनऊ में जन्मे लालजी टंडन 1958 में शादी के बंधन में बंध गए। उन्होने स्नातक तक क शिक्षा हासिल की है। उनके पुत्र गोाल जी टंडन इस समय यूपी की योगी सरकार में मंत्री हैं। एमपी के राज्यपाल लालजी टंडन ने राजनीतिक सफर की शुरुआत 1960 में की थी। टंडन दो बारा पार्षद चुने गए और दो बार विधान परिषद के सदस्य भी रहे। उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार के खिलाफ जेपी आंदोलन में भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था। लालजी टंडन को यूपी क राजनीति में कई अहम प्रयोगों के लिए भी जाना जाता है। 90 के दशक में प्रदेश में भाजपा और बसपा की गठबंधन सरकार बनाने में भी उनका अहम योगदान माना जाता है।