उत्तर प्रदेश

उत्तर प्रदेश: प्रदेश भर के बिजली कर्मचारी करेंगे “काम” का बहिष्कार ❓- जाने क्यों 🤫

निजीकरण के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन और विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के बीच रविवार को शक्ति भवन में दूसरे दौर की वार्ता भी विफल हो गई। इसके बाद बिजलीकर्मियों ने सोमवार से अनिश्चितकालीन प्रदेशव्यापी कार्य बहिष्कार करने का ऐलान किया। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि बिजली उत्पादन गृहों, 765/400 केवी के विद्युत उपकेंद्रों एवं प्रणाली नियंत्रण में शिफ्ट में कार्य करने वाले कार्य बहिष्कार में सम्मिलित नहीं होंगे। साथ ही अस्पतालों, पेयजल व अन्य आवश्यक सेवाओं की विद्युत आपूर्ति भी बनाई रखी जाएगी।

संघर्ष समिति के पदाधिकारी प्रभात सिंह व जीबी पटेल ने बताया कि सोमवार को देश भर के 15 लाख कर्मचारी भी कार्य बहिष्कार पर उतरेंगे। संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांगों को मानने की अपील की। बैठक में पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष अरविंद कुमार, एमडी एम. देवराज, उत्पादन निगम के प्रबंध निदेशक सेन्थिल पांडियन सी. एवं संघर्ष समिति की ओर से शैलेन्द्र दुबे, एके सिंह, प्रभात सिंह, जीबी पटेल, जय प्रकाश सहित कई पदाधिकारी मौजूद थे।

बिजली सप्लाई बाधित होने पर यहां करें सम्पर्क
मध्यांचल निगम के एमडी सूर्यपाल गंगवार ने बताया कि बिजली सप्लाई बाधित होने पर मध्यांचल निगम के टोल फ्री नंबर 1912 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा 18001800440 पर शिकायत कर सकते हैं।

बिजलीकर्मियों की ऊर्जामंत्री से आज वार्ता होगी
निजीकरण के मुद्दें पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के सदस्यों की सोमवार को शक्ति भवन में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से वार्ता होगी। पावर कॉरपोरेशन के वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी नवनीत माथुर ने बताया कि वार्ता में संघर्ष समिति के प्रत्येक घटक दलों के एक-एक पदाधिकारियों को बुलाया गया है।

loading...

Related Articles

Back to top button