चार वर्ष बाद भी संचालित नहीं हो सकी राजकीय बालिका इंटर कॉलेज
सूबे की पूर्ववर्ती सरकारों की तरह मौजूदा सरकार भी दावे चाहे जो करले,गांवों में आज भी शिक्षा कोसों दूर है।जिसकी बानगी इटियाथोक ब्लॉक क्षेत्र के हिंदू नगर खास गांव में लगभग तीन करोड़ दो लाख रुपए की अनुमानित लागत से एमएसडीबी योजना अंतर्गत नव निर्माण हो रहे एकमात्र राजकीय बालिका इंटर कॉलेज है।स्थानीय लोगों की अगर मानें,तो इंटर कॉलेज के अस्तित्व के साथ ही मन में पढ़ने लिखने की चाहत लिए दर्जनों गांव की बेटियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। वहीं बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के सरकारी जुमले, सिर्फ स्लोगन बनकर रह गए हैं। प्रधान प्रतिनिधि सिरताज अहमद ने बताया, कि इंटर कॉलेज न बन पाने की स्थिति में निराश हो चुकी क्षेत्र की बेटियों को लगभग 12 किलोमीटर दूरी तय कर जाना पड़ता हैं। बता दें, सितंबर 2014 में राजकीय बालिका इंटर कॉलेज का निर्माण शुरू हुआ, जिसको मार्च 2017 में तैयार होकर शुरू होना था। लेकिन सरकारी ढुलमुल रवैया व विभागीय अधिकारियों और ठेकेदार के अकर्मठता के कारण योजना फलीभूत होने से पहले ही खटाई में पड़ गई। आलम यह है, कि उक्त परिसर अब चारों तरफ से जंगली घास-फूस से घिरा हुआ है, जहां सांप बिच्छुओं ने अपना डेरा बना लिया है।और संबंधित जिम्मेदार कुंभकर्णी नींद में सो रहे हैं