यूपी कांग्रेस के दफ्तर में शुरू हुयी प्रियंका की क्लास
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुक्रवार को पार्टी नेताओं के साथ विचार विमर्श का सिलसिला शुरू कर दिया। उत्तर प्रदेश की प्रभारी श्रीमती वाड्रा गुरूवार को लखनऊ पहुंची थी।
हवाई अड्डे से वह जापलिंग रोड स्थित कौल भवन गयी थी जहां उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी। आज सुबह वह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना के साथ पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पहुंची और देश के प्रथम प्रधानमंत्री एवं अपने बाबा पंडित जवाहर लाल नेहरू के चित्र में माल्यार्पण कर उन्हे भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित की।
पार्टी सूत्रों के अनुसार लखनऊ में आज और कल यानी शुक्रवार और शनिवार को पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के उपरांत श्रीमती वाड्रा रविवार को अपनी मां एवं पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली जायेंगी जिसके बाद उनके सोमवार को अमेठी जाने की भी संभावना है। अमेठी से श्री राहुल गांधी सांसद रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव से पहले यूपी में कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की गरज से यहां पहुंची श्रीमती वाड्रा पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ कई महत्वपूर्ण बैठकें कर चुनावी रणनीति तैयार करेंगी। वह विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी प्रत्याशियों की पहली सूची को भी अपनी मंजूरी दे सकती हैं।
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि श्रीमती वाड्रा आज सलाहकार कमेटी और चुनाव कमेटी के साथ बैठक करेंगी और आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों के चयन की प्रक्रिया पर भी चर्चा कर चुनावी अभियान को गति देंगी। वह कांग्रेस जिलाध्यक्षों के साथ बैठक कर कांग्रेस पार्टी द्वारा चलाये जा रहे महत्वपूर्ण अभियान हर गांव कांग्रेस अभियान की समीक्षा करेंगीं और नवनियुक्त 8134 न्याय पंचायत अध्यक्षों और उनके 1 लाख 70 हज़ार पदाधिकारियों की कार्य प्रगति रिपोर्ट लेंगी।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में 58 हज़ार ग्रामसभाओं में ग्रामसभा अध्यक्ष और कमेटियों के गठन का चल रहा है जिसके क्रम में श्रीमती वाड्रा प्रशिक्षण से पराक्रम महाअभियान के पहले चरण पर भी समीक्षा करेंगीं, प्रशिक्षण के प्रथम चरण इस चरण में 25 हज़ार पदाधिकारियों का प्रशिक्षण पूरा हुआ है, और 100 दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 2 लाख पदाधिकारियों के प्रशिक्षण का लक्ष्य रखा गया है। वह पार्टी द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों और आगामी एक महीने में चलने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा और रणनीति तय करेंगीं।