क्या क्षेत्र में ऐसे ही होती रहेगी,ब्राह्मणों की हत्याएं
थाना क्षेत्र के अंतर्गत लगभग 5 ब्राह्मणों की हत्या हो चुकी है। जिनका सीधा संबंध निषादों से जुड़ा है,ऐसे में क्या कोई ऐसा नेता या ऐसा समाज सेवक जिसने कभी ब्राह्मणों के साथ मिलकर आवाज उठाई हो, नहीं।थाना अंतर्गत अवैध शराब की धधकती वह भट्ठियां जिस पर अवैध कच्ची शराब बनाई जाती है। जहां पर समाज के कुछ अराजक तत्व सामाजिकता को बदनाम करते हैं।जबकि हल्का में तैनात पुलिस कांस्टेबल से लेकर दरोगा थानाध्यक्ष तक सबको पता रहता है।ये किसी एक थाने की नही बल्कि तमाम थानों के यही हालात हैं।ऐसे में उन अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई ना होना ही सबसे बड़ी चुनौती है। चाहिए यह कि कानून के उन रखवालों और सरकार के उन जिम्मेदार लोगों की जिनको सरकार ने उत्तरदायित्व दे रखा है, उनकी भी ऐसे में जिम्मेदारी बनती है कि जो अवैध शराब की कच्ची भट्ठियां लगाकर नशामुक्त भारत के सपनों को सक्रिय रूप से निष्क्रिय कर रहे हैं उन्हें कठोर सजा मिले। साथ ही ऐसे में हो रही हत्याओं पर भी रोक लग सके।