भगवान राम की नगरी अयोध्या के बारे में ये 5 तथ्य नहीं जानते होंगे आप
अयोध्या एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गई है. यहां बनने जा रहे भव्य राम मंदिर के लिए कल भूमि पूजन का आयोजन किया जाएगा. इस कार्यक्रम में पीएम मोदी भी शामिल होंगे. हिंदू धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक अयोध्या बहुत महत्वपूर्ण नगरी है, यहां भगवान राम का जन्म हुआ था. अयोध्या से जुड़े कुछ अहम तथ्य आज हम आपको बताएंगे.
1-हिंदू पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक अयोध्या पवित्र सप्तपुरियों में से एक है. अयोध्या के अलावा मथुरा, माया (हरिद्वार), काशी, कांची, अवंतिका (उज्जयिनी) और द्वारका पवित्र सप्तपुरियों में शामिल हैं. यह सभी नगर बहुत पवित्र माने गए हैं. धार्मिक मान्यता है कि अयोध्या नगरी भगवान विष्णु के सूर्दशन चक्र पर बसी हुई है.
2-धार्मिक कथाओं के अनुसार भगवान विष्णु ने अपने रामावतार के लिए भूमि चयन करने के लिए ब्रह्मा, मनु, विश्वकर्मा और महर्षि वशिष्ठ को भेजा था. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार महर्षि वशिष्ठ द्वारा सरयू नदी के तट पर अयोध्या का चयन किया गया और देवशिल्पी विश्वकर्मा ने इस नगर का निर्माण किया.
3-ऐसा भी कहा जाता है कि सूर्य के पुत्र वैवस्वत मनु महाराज ने अयोध्या की स्थापना की थी. राजा दशरथ अयोध्या के 63वें शासक थे. प्राचीन उल्लेखों के अनुसार तब अयोध्या का क्षेत्रफल 96 वर्ग मील था. वाल्मीकि रामायण के 5वें सर्ग में अयोध्या का वर्णन विस्तार से मिलता है.
4-ऐसा प्रचलित विश्वास है कि भगवान राम के अपने धाम जाने के बाद अयोध्या नगरी वीरान हो गई थी क्योंकि उनके साथ अयोध्या के कीट पतंगे तक भी भगवान राम के धाम चले गए थे.
5-भगवान श्री राम के पुत्र कुश ने अयोध्या नगरी को दोबारा बसाया था. इसके बाद सूर्यवंश की अगली 44 पीढ़ियों तक अयोध्या का अस्तित्व बरकरार रहा. ऐसा कहा जाता है कि महाभारत के युद्ध के बाद अयोध्या एक बार फिर वीरान हो गई थी.