अपराधउत्तर प्रदेश

पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहा गैगस्टर टेकचंद

गांव खेड़ी निवासी गैंगस्टर टेकचंद पुलिस के लिए सिरदर्द बन रहा है। जेल से करीब छह महीने पहले पैरोल पर छूटने के बाद उसने फरीदाबाद और आसपास जिलों में गतिविधियां बढ़ा दी है। हाल ही में उसने छांयसा थाना क्षेत्र में एक स्कूल संचालक से 10 लाख की रंगदारी मांगी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने उसका एक गुर्गा भी गिरफ्तार किया है। जून में पलवल में उसका नाम जिम ट्रेनर की हत्या में आया था। कुछ समय पहले नोएडा में हुए दोहरे हत्याकांड में भी उसका नाम आया था, जिसमें नोएडा पुलिस ने उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि यूपी पुलिस के एनकाउंटर के खौफ से वह हरियाणा में सक्रिय हो रहा है। 35 से अधिक मुकदमे दर्ज

 

एनसीआर में टेकचंद के ऊपर 35 से अधिक मुकदमे दर्ज हें। इनमें हत्या, फिरौती, जान से मारने की कोशिश, रंगदारी जैसे मामले हैं। क्राइम ब्रांच का मानना है कि आरोपित पश्चिमी यूपी के कुख्यात सुंदर भाटी गिरोह से जुड़ा है। साल 2016 में गिरफ्तारी के बाद उसे गुरुग्राम जेल में शिफ्ट किया गया था। वहां उसने गैंगस्टर कौशल से नजदीकियां बनाई थीं। इसके बाद फरीदाबाद में कौशल से रंगदारी मंगवाने की शुरुआत की। इसमें टेकचंद ने अपने शार्प शूटर सचिन को लगाया था। फिर रंगदारी से ही बढ़े विवाद में सचिन और कौशल गैंग के शूटरों ने 27 जून 2019 को कांग्रेस प्रवक्ता विकास चौधरी पर ताबड़तोड़ फायरिग कर हत्या कर दी थी। इस मामले में दुबई में रह रहा कौशल भी गिरफ्तार हुआ था। तब से टेकचंद जेल में था और शांत था। पैरोल पर छूटे इस इनामी बदमाश को नोएडा और हरियाणा की पुलिस तलाश कर रही है, लेकिन यह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ रहा है। जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद पांच बड़े मामलों में उसका नाम आ चुका है।

 

 

 

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