उत्तर प्रदेश

संसद की सदस्यता से बर्खास्त एवं कार्यावाही करने की मांग

18 अक्टूबर को मिर्जापुर के हलिया थाना अंतर्गत बबुरा रघुनाथ सिंह ग़ांव में कोल समाज द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जहां रावट्र्सगंज भाजपा अपना दल गठबंधन के सांसद पकौड़ी लाल कोल  द्वारा खुले मंच से ब्राह्मणो व क्षत्रियो के बारे में गाली और अपशब्दो का प्रयोग किया साथ ही साथ पुलिस प्रशासन और कानून को मजाक बनाकर संबिधान की धज्जिया उड़ाई गई।
       इस पुरे  प्रकरण को लेकर एन यस यू आई के पूर्व, प्रदेश अध्यक्ष व राष्ट्रीय सचिव राघवेंद्र नारायण ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए सांसद पकौड़ी लाल कोल को संसद की सदस्यता से बर्खास्त कर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व लोक सभा अध्यक्ष से की है। साथ ही साथ उन्हों ने यह आरोप भी लगाया की भारतीय जनता पार्टी के राज में अभी तक तो ब्रह्मणो की हत्याए हो रही थी और अब वोट बैंक व जातीय ध्रवी कारण की राजनीती के चलते भाजपा द्वारा ब्राह्मण और ठाकुरो को गली दिलवाया जा रहा है, ताकि आगामी चुनावो में दलित और पिछड़े तब्को का वोट ध्रुवीकृत कर हासिल किया जा सके, 5 साल जब कोई काम किया ही नहीं तो अब इन्ही चुनावी हथकंडो का सहारा है, लेकिन भाजपा को सायद यह पता नहीं की उनके पैरो के निचे से जमीन खिसक चुकी है और अब ये चुनावी हथकंडे काम आने वाले नहीं जनता जाग चुकी है और जाती धर्म का खेल देख कर पक चुकी है; पुरे प्रदेश और देश की जनता के मन में सरकार की नीतियों के खिलाफ गहरा आक्रोश व्याप्त है, जो 22 में उत्तर प्रदेश से सफाई अभियान शुरू हो कर  24 में दिल्ली में सफाये के बाद ही यह अभियान अब रुकेगा ।
      राघवेंद्र नारायण ने पकैड़ी लाल कोल के प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी द्वारा ‘सह’ और ‘लीपापोती’ के खेल का आरोप लगते हुए कहा की जो लोग किसानो के हत्यारे को बचा रहे हो और अपने ऊपर लगे मुक़दमे खुद उठा रहे हो उन लोगो से ‘गालीबाज सांसद’ के ऊपर कार्यवाही की कोई उम्मीद नहीं की जा सकती, फिर भी यदि कोई हमारी मर्यदा और संविधान की धज्जिया उड़ाएगा तो हम और हमारे समाज के लोग चुप नहीं बैठेंगे और उसकी ईट से ईट बजाने का काम करेंगे।

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