Hanuman jayanti 2022 : हनुमानजी के 12 नामों वाला ये स्त्रोत कर सकते है आपकी परेशानी दूर
हनुमानजी को प्रसन्न करने और इनकी कृपा पाने के लिए अनेक मंत्रों, स्त्रोतों और स्तुतियों की रचना की गई है। ऐसा ही एक स्त्रोत है हनुमान द्वादशनाम स्त्रोत। हनुमान द्वादश स्तोत्र Hanuman Dwadash Naam Stotram hindi
इसमें हनुमानजी के 12 नामों के बारे में बताया गया है। धर्म ग्रंथों के अनुसार किसी भी कार्य के लिए जाते समय इस स्त्रोत का पाठ करने से उस काम में सफलता मिलती है। इसके अलावा सुबह, दोपहर और शाम के समय इस स्त्रोत का प्रतिदिन जाप करने से हर तरह की परेशानी दूर हो सकती है। हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti 2022) के मौके पर जानिए हनुमान द्वादशनाम स्त्रोत से जुड़े फायदे.
हनुमान द्वादश स्तोत्र Hanuman Dwadash Naam Stotram hindi
ये है संपूर्ण हनुमान द्वादशनाम स्तोत्र
ॐ हनुमान् अंजनी सूनुर्वायुर्पुत्रो महाबलः।
श्रीरामेष्टः फाल्गुनसंखः पिंगाक्षोऽमित विक्रमः।
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशनः।
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा।।
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन:।
स्वाल्पकाले प्रबोधे च यात्राकाले य: पठेत्।।
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत्।
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन।।
अर्थ:- हनुमान, अंजनीसुत, वायुपुत्र, महाबली, रामेष्ट, फाल्गुन सखा, पिंगाक्ष, अमित विक्रम, उदधिक्रमण, सीता शोक विनाशन, लक्ष्मण प्राणदाता, दशग्रीव दर्पहा। हनुमानजी के इन 12 नामों का जाप सुबह, दोपहर, शाम और यात्रा करने से पहले जो व्यक्ति करता है। उसे किसी तरह का भय नहीं रहता, हर जगह उसकी विजय होती है।
इस स्त्रोत के जाप से होते हैं ये फायदे
1. जब भी आप किसी बहुत जरूरी काम के लिए घर से निकलें तो उसके पहले हनुमानजी के सामने शुद्ध घी की दीपक लगाएं और इस स्त्रोत का पाठ करें। आप देखेंगे कि जिस काम के लिए आप जा रहे हैं, उसमें सफलता जरूर मिलेगी।
2. अगर आपके घर में कोई ऊपरी बाधा है तो रोज सुबह-शाम हनुमान द्वादशनाम स्त्रोत का पाठ करें। इससे आपकी परेशानी दूर हो सकती है और घर को किसी की बुरी नजर भी नहीं लगेगी।
3. अगर आपकी कुंडली में शनि संबंधित कोई दोष है या शनि की साढ़ेसाती-ढय्या का प्रभाव है तो भी रोज हनुमान द्वादशनाम स्त्रोत का पाठ करना आपके लिए शुभ फलदायक हो सकता है। इससे शनि से जुड़ी परेशानियां कम हो सकती हैं।
हनुमान द्वादश स्तोत्र Hanuman Dwadash Naam Stotram hindi