उत्तर प्रदेश

“कोरोना” के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने लिया एक “नया फैसला”


पूरे देश के साथ साथ यूपी में कोरोना महामारी का कहर जारी है देखते ही देखते यूपी में भी कोरोनावायरस की संख्या दिन दुगनी रात चौगुनी हो गई है।

हालत यह है यूपी में 1 दिन में सबसे ज्यादा 2250 केस मिले हैं हालांकि सरकार का दावा है यूपी में कोरोनावायरस से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है लेकिन आने वाले समय में पता चलेगा कि इन दावों में कितनी सच्चाई है, अगर आंकड़ों की माने तो यूपी में कोविड-19 के कुल संख्या लगभग 50000 के करीब पहुंच गई है।

वही इस बीमारी से अब तक 1146 लोगों की मौत हो चुकी है, रविवार को उत्तर प्रदेश के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव मोहन प्रसाद ने बताया बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस संक्रमण के 2250 नए मामले सामने आए हैं ,इसके साथ ही मामलों की संख्या 49247 हो गई कुल मामलों में से 29845 इलाज के बाद पूरी तरह स्वस्थ हो चुके उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

हालांकि कोविड-19 को देखते हुए सरकार ने फैसला लिया है कोरोना के एसिंप्टोमेटिक मरीजों के लिए खासकर जो मरीज अच्छी व्यवस्थाओं के लिए पैसे देने को तैयार है सरकार उनके लिए होटलों की व्यवस्था करेगी ताकि उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके।

सरकार का कहना है बहुत से लोग सरकारी अस्पतालों में नहीं जाने के डर से संक्रमण को छुपा रहे हैं इसलिए अब निश्चित दर पर होटलों में L-1 मरीज यानी जिनमें कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं है उन्हें होटलों में रखा जाएगा।

होटलों का किराया सरकार तय करेगी सरकार ने कहा है एक परिवार में 2 लोगों के लिए 1 दिन के कमरे का किराया दो हजार होगा जबकि ऑक्युपेंसी पर यह किराया डेढ़ हजार होगा साफ सफाई और स्वच्छता की जिम्मेदारी होटल की होगी वह इसके लिए ₹500 चार्ज कर सकेंगे सरकार के मुताबिक होटलों का किराया 2000 से अधिक नही होगा। खाने पीने का खर्चा उस में रह रहे मरीजों को स्वयं देना होगा पैरामेडिकल और डॉक्टरों की टीम होटलों का निरीक्षण कर जल्दी ही ये सुविधा लोगो तक पहुँचायेगी।


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