यूपी के अफसरों ने आपदा को बनाया ‘अवसर’, 2800 की कोविड टेस्टिंग किट को 15,750 में खरीदा, सीएम ने दिखाई सख्ती
ग्राम पंचायतों में पल्स ऑक्सीमीटर (Oximeter) और इन्फ्रारेड थर्मामीटर (Infrared Thermameter) की 2800 रुपए की किट 15750 रुपए में खरीदी गयी। चार से पांच गुना दाम पर यह किट गाज़ीपुर, सुल्तानपुर, बिजनौर, बाराबंकी सहित कई जिलों में खरीदी गयी।
लखनऊ. यूपी में कोविड टेस्टिंग किट (Covid Testing Kit) में बड़ा भ्रष्टाचार (Corruption) उजागर हुआ है। ग्राम पंचायतों (Gram Panchayat) में पल्स ऑक्सीमीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर की 2800 रुपए की किट 15750 रुपए में खरीदी गयी। चार से पांच गुना दाम पर यह किट गाज़ीपुर, सुल्तानपुर, बिजनौर, बाराबंकी सहित कई जिलों में खरीदी गयी। मामला उजागर होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने जांच के लिए एसआईटी टीम (SIT Team) गठित कर दी है। अपर मुख्य सचिव, राजस्व विभाग, रेणुका कुमार (Renuka Kumar) की अध्यक्षता में गठित टीम में चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव अमित गुप्ता तथा सचिव नगर विकास एवं एमडी जल निगम विकास गोठलवाल को सदस्य बनाया गया है। टीम 10 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी।
बिजनौर में पांच गुना ज्यादा कीमत वसूली-
बिजनौर में स्वास्थ्य विभाग ने इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर निर्धारित मूल्य से करीब पांच गुना दामों पर खरीदे। जीएसटी सहित 12,390 के रेट से इन्फ्रारेड थर्मामीटर और 3360 की दर से पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे गए। पांच गुना दामों पर हुई यह खरीद जैम पोर्टल के अनुसार होने का दावा किया गया है। जबकि शासन ने इन्फ्रारेड थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर की किट के रेट अधिकतम 2800 रुपये प्रति किट तय किए हैं।
सुल्तानपुर में नौ हजार में खरीदी-
सुल्तानपुर में इन दोनों उपकरणों की करीब नौ हजार में खरीद हुई। सुल्तानपुर की जिलाधिकारी सी इंदुमति पर आरोप है कि उन्होंने 2800 रुपए की कोविड किट 9950 में खरिदवाई। पंचायतों ने किट सप्लाई करने वाली फर्मों को भुगतान भी कर दिया।
बाराबंकी में 8920 रुपए तक में बेची गई किट-
बाराबंकी में भी 2800 रुपए की किट 8800 रुपए में खरीदी गयी। देवा ब्लॉक की 88 ग्राम पंचायतों में से 42 ग्राम पंचायतों में कोरोना किट का भुगतान 7000 से लेकर 8,920 रुपये तक फर्म को किया जा चुका है।
कई डीपीआरओ निलंबित-
योगी सरकार ने इस मामले में सुल्तानपुर और गाजीपुर के जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) को निलंबित कर दिया। दोनों डीपीआरओ पर बाजार से बहुत महंगे रेट पर पल्स ऑक्सीमीटर व इन्फ्रारेड थर्मामीटर की खरीद करने के आरोप हैं। अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह ने कहा है कि सभी जिलों से खरीद के संबंध में सूचनाएं मांगी गई है। जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि पल्स ऑक्सीमीटर व इन्फ्रारेड थर्मामीटर का भुगतान 2800 रुपये से ज्यादा न किया जाए।