उत्तर प्रदेश

यूपी उपचुनाव 2020: जानिए 8 सीटों पर “भाजपा” की तरफ से कौन – कौन हो सकता है उमीदवार

लखनऊः कोरोना काल के बीच यूपी में 8 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर पार्टियों में उछल कूद शुरू हो गई है। कोरोना काल चल रहा है तो जाहिर सी बात है इसका असर उपचुनाव पर देखने को मिलेगा ही, लेकिन फिर भी पार्टियां पूरे दम खम से साथ तैयारी में जुटी हुई हैं। कोरोना काल में 8 सीटों पर उपचुनाव होना है। इस मिनी परीक्षा को विधानसभा चुनाव के लिहाज से खासा अहम माना जा रहा है।
सत्ता का स्वाद चखने के लिए सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपने-अपने क्षेत्र में ताकत झोंके हुए हैं कि आलाकमान की नजर उनपर पड़ जाए और उन्हें टिकट मिल जाए। तो वहीं चुनावी मुद्दे भी अहम रोल में है। इन मुद्दे में कोविड 19 तो है कि वहीं ब्राह्मण सियासत व जातीय गोलबंदी चुनावी तरकश के तीर हैं।
सत्तारुढ़ भाजपा का काम काज भी अहम मुद्दा है। मुख्य विपक्षी पार्टी सपा इन चुनावों को लेकर खासी उत्साहित है। सीटों की बात करें तो जौनपुर की मल्हनी सीट और रामपुर की स्वार सीट पर बीजेपी को कभी जीत नहीं मिली है, ये दोनों सीटें बीजेपी के लिए चुनौती से कम नहीं है। अब बात कर लेते हैं कि रिक्त हुई सभी 8 सीटों पर अभी तक बीजेपी से कौन-कौन संभावित दावेदार हैं।

8 सीटों पर बीजेपी के ये हैं संभावित दावेदारः-

1. मल्हनी, जौनपुर- इस सीट पर इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कभी छात्र नेता रहे मनोज सिंह की दावेदारी मानी जा रही है। इसके अलावा 2017 में बीजेपी से लड़ चुके सतीश सिंह भी लाइन में हैं। 2012 में बसपा से चुनाव लड़ चुके हैं और अब बीजेपी के सिपाही बने पाणिनी सिंह भी दावेदारों का सूची में हैं। प्रमोद यादव और बाहुबली धन्नंजय सिंह का नाम आगे है।

2. बांगरमऊ, उन्नाव – उन्नाव की बांगरमऊ सीट के लिए 20 लोगों ने चुनाव लड़ने के लिए आवेदन किया है। कुलदीप सिंह सेंगर की फैमिली से ही किसी को टिकट मिलने की संभावना है। पत्नी संगीता सेंगर के लड़ने की संभावना है। इसके अलावा नवाबगंज ब्लॉक प्रमुख अरुण सिंह, ममता सिंह, शशि शेखर सिंह और ज्ञानेन्द्र सिंह के नाम की भी चर्चा है।

3. देवरिया – विधायक जन्मेजय सिंह के निधन के कारण खाली हुई इस सीट पर उनके बेटे के चुनाव लड़ने की संभावना है। पूर्व सांसद प्रकाश मणि त्रिपाठी के बेटे शशांक मणि त्रिपाठी, संजय सिंह शंखवार, अलका सिंह और प्रमोद सिंह के नाम की भी चर्चा तेज है।

4. स्वार, रामपुर – आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम का चुनाव रद्द होने से ये सीट खाली हुई है। तीन नामों की चर्चा पूरे रामपुर में है। आकाश सक्सेना हन्नी, लक्ष्मी सैनी और हरिओम मौर्या। स्वार सीट पर भी बीजेपी को कभी जीत नहीं मिली है।

5. टूण्डला, फिरोजोबाद – एसपी सिंह बघेल के बीजेपी से सांसद बनने के बाद से ये सीट खाली चल रही है। अभी तक 18 आवेदन आ चुके हैं. इनमें पांच पूर्व विधायकों के इलावा बीजेपी की जिला यूनिट में पदाधिकारी नीलम दिवाकर, पूर्व विधायक मोहनदेव शंखवार, पूर्व विधायक शिव सिंह चक का नाम तेजी से उभरा है।

6. बुलंदशहर – बुलंदशहर की सीट बीजेपी के वीरेंद्र सिंह सिरोही के निधन के चलते खाली हुई है। वीरेंद्र सिरोही के दोनों बेटे दिग्विजय और विनय सिरोही चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके अलावा लोकल कमिटी के कई पदाधिकारी और बिजनेसमैन भी दौड़ में बने हैं।

7. घाटमपुर, कानपुर – मंत्री कमलरानी वरुण के निधन से यह सीट खाली हुई है। इस सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक 15-20 लोगों के आवेदन जिला कमेटी को मिल चुके हैं। हालांकि, मजबूत दावेदारी कमलरानी वरुण की बेटी स्वनिल ही मानी जा रही हैं।

8. नौंगाव सादात – मंत्री चेतन चौहान के भी निधन से सीट खाली हुई है। संगीता चौहान के लड़ने की संभावना ज्यादा है। संगीता चौहान दिवंगत चेतन चौहान की पत्नी हैं।

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