उत्तर प्रदेश

Mathura news: जून में की होती तैयारी तो अगस्त में नहीं फैलती बीमारी

-कोरोनाकाल में डेंगू, मलेरिया से रहें सावधानः सीएमओ
-मच्छरों से बढ सकता है खतरा, साफ सफाई का रखें ख्याल
-बदलते मौसम में लगा सकता है संक्रमण

-कोरोनाकाल में डेंगू, मलेरिया से रहें सावधानः सीएमओ

-मच्छरों से बढ सकता है खतरा, साफ सफाई का रखें ख्याल

-बदलते मौसम में लगा सकता है संक्रमण

कोरोनाकाल में डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारी धातक हो सकती हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी किया है। जनपद के कोंह गांव में कई बच्चों की मौत के बाद विभाग में हडकंप मचा हुआ है। दूसरे कई गांवों से भी लगातार डेंगू फैलाने की खबरें आ रही हैं। कई लोगों की मौत की भी पुष्टि विभाग कर चुका है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा.रचना गुप्ता ने लोगों को सावधान करते हुए कहा है कि कोरोनाकाल में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों ने बाचाव जरूरी है। इसके लिए साफ सफाई का ख्याल रखें, मच्छरों से यह खतरा बढ सकता है। शासन ने जून के महीने को मलेरिया रोधी माह के रूप मंे मनाने के निर्देश मिले थे। जिले में कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगा स्वास्थ्य विभाग अब मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से लोगों को बचाने में जुटा है। जनपद में ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर फांिगग के लिए मशीन भेज दी गई है। एंटी लार्वा दवा भी उपलब्ध करा दी गई है। संचारी एवं बेक्टर बोर्न के नोडल डा.दिलीप कुमार ने बताया कि जून महा में बेक्टीरिया से फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए उपाय किए गए थे। लोगों को जागरूक किया गया और कई कार्यक्रम भी इसके लिए आयोजित किए गए। जिला मलेरिया अधिकारी डा.आरके सिंह ने बताया कि मलेरिया रोधी माह मंे स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने गांव गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का काम किया। जिला स्वास्थ्य एवं सूचना अधिकारी जितेन्द्र सिंह ने कहा कि डेंगू, मलेरिया से बचाव की सभी जानकारी रखें। इन बीमारियों का बचाव ही उचार है। सर्दी लगकर तेज बुखार आना, जूडी कपकपी आना तथा दांत बजना, शरीर से बहुत पसीना आना, लगातार तेज बुखार, सिरदद तथा उल्टी आना डेंगू और मलेरिया के लक्षण हैं। बचाव के लिए आसपास पानी इकठ्ठा न होने दें। डीजल अथवा इंजन का जला हुआ मोबीआयल नालियों में छिडक दें। मच्छरदानी का उपयोग करें और पूरी बांह के कपडे पहनें। अगर किसी को सर्दी लगकर तेज बुखार आता है तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं। खून की जांच कराएं और मलेरिया होने पर नियमित दवा लें। गर्भवती महिलाओं को जितना संभव हो मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से बचाएं।

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