उत्तर प्रदेश

शहर में भारत बंद का नहीं दिखा असर,ग्रामीण क्षेत्रों में भी खुली रहीं बाजारें

आंदोलनकारी किसानों के भारत बंद के आह्वान को भले ही विपक्षी दलों ने समर्थन दिया हो लेकिन सोमवार को भारत बंद के ऐलान के चलते कानपुर शहर में पुलिस प्रशासन तो अलर्ट नजर आया और दुकानें-बाजार सभी खुले रहे। शहरी क्षेत्र में बाजारों में चहल पहल रही तो ग्रामीण क्षेत्रों में भी भारत बंद का मिलाजुला असर रहा। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस फोर्स तैनात रही।

कानपुर शहर में सोमवार की सुबह से आंदोलनकारी किसानों के भारत बंद आह्वान का असर नहीं नजर आया। रोजाना की तरह सुबह बाजारों में दुकानें खुल गईं और ग्राहकों की चहल पहल बनी रही। शहर के अंदर किसान आंदोलन का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। कानपुर शहर में बिरहाना रोड,मालरोड,लालबंगला,चकेरी,किदवई नगर,पीरोड,सीसामऊ क्षेत्र में सुबह से बाजार खुले रहे। वहीं पुलिस-प्रशासन भी बंद के आह्वान को लेकर मुस्तैद नजर आया,प्रमुख बाजारों में पुलिस फोर्स तैनात रहा।

कानपुर के ग्रामीण क्षेत्र में भी मिलाजुला असर रहा। भौंती,सचेंडी,मंधना में दुकानें सुबह से खुली रहीं। घाटमपुर में संयुक्त किसान मोर्चा का भारत बंद का असर नजर नहीं आया। सोमवार को आम दिनों की तरह बाजार में भीड़भाड़ रही और दुकानें खुली रहीं। घाटमपुर और बिल्हौर तहसील क्षेत्र के कस्बे में पुलिस मुस्तैद रही। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की ओर से 27 सितंबर को 40 किसान संगठनों ने भारत बंद की अपील की गई थी। घाटमपुर निवासी दिन्नू पांडेय,लारा सचान,गोपालपुर निवासी नर्सिंग सचान,फरीदपुर निवासी कामता पाल का कहना है की उन्हें भारत बंद की जानकारी नहीं है। घाटमपुर के अलावा पतारा और भीतरगांव ब्लॉक में भी जनजीवन सामान्य दिनों की तरह रहा। मार्केट भी खुली और ग्राहक भी पहुंचे।

बिल्हौर में भी भारत बंद का कोई असर दिखाई नहीं दिया। बाजार व दुकाने रोज की तरह खुली। किसान संगठन द्वारा दोपहर में कस्बे के बीआरडी इंटर कॉलेज के पास धरना प्रदर्शन के कार्यक्रम की बात पर पुलिस फोर्स मुस्तैद रहा। रेलवे स्टेशन,बस अड्डे जैसी जगहों पर पुलिस की खास मुस्तैदी रही। फिलहाल सभी जगहों पर माहौल शांतिपूर्ण रहा।

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