उत्तर प्रदेश

घर-घर खोजे जाएंगे क्षय रोगी व चिन्हित होंगे कुपोषित बच्चे
प्रशिक्षण में आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को दिलाई गई स्वच्छता की शपथ

18 अक्टूबर से एक नंवबर तक चलेगा दस्तक अभियान।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी के सभागार में बुधवार को आशा व आंगनवाडी कार्यकर्ताओं को दस्तक अभियान एवं संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को घर-घर जाकर दिमागी बुखार, अति कुपोषित बच्चों व क्षय रोगियों के चिन्हींकरण का प्रशिक्षण प्रदान किया गया। इसके साथ ही आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को स्वच्छता की शपथ दिलाई गई। जिला मलेरिया अधिकारी के.एस.सिंह ने बताया कि आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अपनी रिपोर्ट के साथ प्रतिदिन कार्य की समाप्ति पर सूची एएनएम या सुपरवाइजर के माध्यम से भेजनी होगी। इनमें बुखार के रोगियों की सूची, आई.एल.आई. (इनफ्लुएंजा लाइक इलनेस) रोगियों की सूची, क्षय रोग के लक्षण युक्त व्यक्तियों की सूची, कुपोषित बच्चों की सूची शामिल है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग ने ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी) की बैठक कराने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए टीकाकरण के साथ-साथ कुपोषित बच्चों का चिन्हींकरण एवं पोषाहार वितरण के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अपने क्षेत्र के समस्त कुपोषित तथा अति कुपोषित बच्चों की सूची बनाकर उन्हें पोषाहार उपलब्ध कराना है तथा आवश्यकता होने पर पोषण पुनर्वास केंद्रों पर उपचार तथा पोषण पुनर्वास हेतु भेजने के लिए निर्देशित करना है संचारी रोगों तथा दिमागी बुखार के लिए जन जागरण की आवश्यकता है। दस्तक अभियान में स्थानीय एएनएम तथा आशा कार्यकर्ताओं को सहयोग प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया। संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान के लिए क्षेत्र में संपादित की जा रही समस्त गतिविधियों एवं गृह भ्रमण में आंगनवाडी कार्यकर्ता आशा कार्यकर्ताओं के साथ रहते हुए पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जनपद में 18 अक्टूबर से एक नवम्बर तक दस्तक अभियान संचालित होगा। इस दौरान अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर एनआरसी में भर्ती कराया जाएगा और क्षय रोगियों के मिलने पर उन्हें अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डा.जे.एस. बख्शी ने बताया कि घर-घर सर्वे में साधारण बुखार, कोविड से मिलते जुलते मरीज, टीबी के संभावित मरीजों की जांच की जाएगी। यदि किसी को जुकाम खांसी सांस लेने में तकलीफ खांसी के साथ बलगम आने की शिकायत होने पर सीएचसी व पीएचसी पर उन्हें पहुंचाया जाएगा। प्रशिक्षण में शहर से 142 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व 12 आशा कार्यकर्ता सम्मिलित हुई

loading...

Related Articles

Back to top button