उत्तर प्रदेश

अपराधी विकाश दुबे के भाई “अमर दुबे” का पुलिस ने किया खात्मा 👮‍♂️


पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी साथी की उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।  दुबे कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल है और पिछले गुरुवार को हुई घटना के बाद से फरार है। Kanpur vikash dubey

 उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, “सहयोगी अमर दुबे कानपुर की घटना में सह-अभियुक्त थे और बुधवार सुबह मारे गए।”

 उन्होंने आगे कहा कि हमीरपुर में स्थानीय पुलिस इकाई के समन्वय में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उन्हें गोली मार दी।  कुमार ने उस पर 25,000 रुपये का इनाम रखा था।

 उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि 40 टीमें और एसटीएफ खूंखार गैंगस्टर विकास दुबे का शिकार कर रही थी।

पुलिस ने कहा कि गैंगस्टर विकास दुबे के करीबी साथी की उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।  दुबे कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल है और पिछले गुरुवार को हुई घटना के बाद से फरार है।

 उत्तर प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा, “सहयोगी अमर दुबे कानपुर की घटना में सह-अभियुक्त थे और बुधवार सुबह मारे गए।”

 उन्होंने आगे कहा कि हमीरपुर में स्थानीय पुलिस इकाई के समन्वय में यूपी स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उन्हें गोली मार दी।  कुमार ने उस पर 25,000 रुपये का इनाम रखा था।

 उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि 40 टीमें और एसटीएफ खूंखार गैंगस्टर विकास दुबे का शिकार कर रही थी।

अनंत देव तिवारी, जो पहले कानपुर एसएसपी के रूप में काम कर चुके थे, उनमें से एक थे।  डीआई एसपी देवेंद्र मिश्रा के एक विवादित पत्र के सामने आने के बाद तिवारी को डीआईजी एसटीएफ के अपने वर्तमान पद से स्थानांतरित कर दिया गया था।  पत्र में मिश्रा ने चौबेपुर थाने के एसओ कानपुर के विनय तिवारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी, लेकिन अनंत देव तिवारी ने शिकायत को नजरअंदाज कर दिया था।

Kanpur vikash dubey

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