UPI का इस्तेमाल कर रहें है तो हो जाइए सावधान, वरना उठाना पड़ सकता है नुकसान
एकीकृत भुगतान अन्तरापृष्ठ (Unified Payments Interface (UPI)), भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम एवं भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा शुरू किया गया ऑनलाइन भुगतान का एक नया तरीका है। जो अंतर बैंक लेनदेन को सुविधाजनक बनाता है। इंटरफ़ेस को भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा नियंत्रित किया जाता है और मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर दो बैंक खातों के बीच तुरंत धनराशि स्थानांतरित करके काम करता है। कोरोना काल के इस वक्त में लोग बाहर और भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बच रहे हैं. अधिकतर लोग इस वक्त ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. ऐसे में डिजिटल लेनदेन में पिछले कुछ महीनों में काफी तेजी देखी गई है. भारत में अधिकतर लोग डिजिटल लेनदेन के लिए यूपीआई (UPI) का प्रयोग करते हैं.
बिना सोचे समझे एप्लिकेशन न करें डाउनलोड
आजकल ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले एप्लिकेशन के जरिए भी आपकी निजी जानकारी ले लेते हैं. इसलिए बिना सोचे समझें किसी भी एप्लिकेशन को डाउनलोड न करें उसके बारे में पढ़ें और उसके बाद उसे डाउनलोड करें. भीम यूपीआई जैसे सुरक्षित एप्लिकेशन पर ही यूपीआई पिन का इस्तेमाल करें. केवल गूगल प्ले स्टोर और Apple स्टोर द्वारा प्रामाणिक और सत्यापित ऐप्स को ही डाउनलोड करें.
फिशिंग अटैक
फ्रॉड करने वाले आपको SMS के जरिये अनधिकृत भुगतान लिंक भेज सकते हैं. इसलिए किसी अज्ञात संस्था से किसी भी फाइल को डाउनलोड या खोलन से बचें. एंटीवायरस, एंटीस्पायवेयर और फ़ायरवॉल सॉफ़्टवेयर का यूज करें. अपने वेब ब्राउजर को नियमित रूप से अपडेट करें और फिशिंग फिल्ट को एक्टिव करें.
किसी को न बताएं UPI पिन
अगर आप सुरक्षित डिजिटल लेनदेन करना चाहते हैं तो कभी भी अपना UPI पिन किसी के साथ शेयर ना करें. बता दें कि यूपीआई पिन एटीएम पिन की तरह ही होता है.
OTP और UPI Pin के जरिए भी होता है फ्रॉड
पेमेंट के दौरान अपना वन टाइम पासवर्ड (OTP) और यूपीआई पिन किसी को न बताएं. क्योंकि ओटीपी और यूपीआई पिन मिलने के बाद किसी भी अकाउंट से पैसे निकाले जा सकते हैं.