“कोरोना” के इलाज में आयुर्वेदिक औषधि के क्लीनिकल ट्रायल के मिले बेहतर नतीजे
नई दिल्ली: कोरोना महामारी से अबतक दुनियाभर में लाखों लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया के कई देश इस कोरोना महामारी से बचने के लिए वैक्सीन का ट्रायल कर रहे हैं. ऐसे में भारत में हुए आयुर्वेदिक पद्धति से कोरोना संक्रमण के इलाज के क्लीनिकल ट्रायल के नतीजे बेहतर मिले हैं. तीन अस्पतालों में चल रहे क्लीनिकल ट्रायल की अंतरिम रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. कोरोना संक्रमण के इलाज में इम्युनोफ्री और रेजिनम्युन नामक आयुर्वेदिक दवाओं के मिश्रण के प्रभाव का पता लगाने के लिए क्लीनिकल ट्रायल किया जा रहा है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस मिश्रण को सरकार की ओर से किए जा रहे पारंपरिक इलाज के मुकाबले ज्यादा कारगार माना गया है.
रिपोर्ट के अनुसार, प्राकृतिक और पारंपरिक तरीके से कोरोना के मरीजों का उपचार किया गया. जिन मरीजों का भी प्राकृतिक तरीकों से उपचार किया गया, उनमें 5 दिनोंके अंदर 86.66 फीसदी मरीजों के टेस्ट नेगेटिव आए. वहीं, पारंपरिक तरीके से इलाज कराए गए 60 फीसदी मरीजों के ही टेस्ट नेगेटिव आए.